*सुदामा और श्रीकृष्ण की मित्रता हम सभी के लिए आदर्श* *ब्यास*
*एरवाकटरा,औरैया।* एरवाकटरा में चल रही श्रीमद भागवत कथा के अंतिम दिन वृन्दावन से पधारी कथा व्यास राधा दुबे ने सोमवार को भागवत कथा अंतिम दिन सुदामा चरित्र और परीक्षित मोक्ष की कथा दर्शको को सुनाई। कथाव्यास राधा दुबे ने सुदामा चरित्र का वर्णन करते हुए कहा कि मित्रता करो, तो भगवान श्रीकृष्ण और सुदामा जैसी करो। सच्चा मित्र वही है, जो अपने मित्र की परेशानी को समझे और बिना बताए ही मदद कर दे। परंतु आजकल स्वार्थ की मित्रता रह गई है। जब तक स्वार्थ सिद्ध नहीं होता है, तब तक मित्रता रहती है।भागवत कथा में सरमन सिंह प्रधान,वीरेंद्र यादव पूर्व प्रधान,रविन्द्र कटियार, इंद्र प्रकाश तिवारी, रानू पालीवाल, रमाकांत कटियार, सपा बिधानसभा के पूर्व अध्यक्ष रानू पालीवाल, मंडल अध्यक्ष हरिनारायण तिवारी, बल्लू दुबे सहित सैकड़ो की संख्या में दर्शक मौजूद रहे और भागवत कथा का रसपान किया।
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