*अपनों के बीच पहुंची स्वप्निल, दिखाई दिया खुशियां व भावुकता का संगम*
*जिस आंगन में बीता बचपन, वहां पहुंचकर पुरानी यादों में खो गई कानपुर जिला पंचायत अध्यक्ष*
*औरैया।* जिस नगर के जिस घर में बचपन बीता, जिस घर के आंगन में चहलकदमी करते हुए जहां से अपने जीवन की प्रारंभिक शिक्षा दीक्षा पूरी करते हुए राजनीतिक पटल के आयामों की आसमानी बुलंदियां प्राप्त की आज कोरोना काल के बाद फिर से उसी अपने घर आने के बाद पूर्व सांसद एवं दिग्गज भाजपा नेत्री कमल रानी वरुण की सुपुत्री स्वप्निल वरुण (जिला पंचायत अध्यक्ष कानपुर नगर) के चेहरे पर खुशी और भावुकता संगम दिखाई दिया। जिला पंचायत अध्यक्ष स्वप्निल वरुण बिधूना में आयोजित भारतीय जनता पार्टी के महिला सम्मेलन में शिरकत करने के बाद सीधा औरैया शहर के मोहल्ला ब्रह्मनगर स्थित प्यारे मोहन श्रीवास्तव के आवास पर पहुंची। जहां वह अपने लोगों के बीच पुरानी यादें में खो गई।
यहां बता दें कि पूर्व सांसद/मंत्री स्वर्गीय कमल रानी वरुण के पति एवं कानपुर नगर की वर्तमान जिला पंचायत अध्यक्ष स्वप्निल वरुण के पिता स्वर्गीय किशनलाल वरुण औरैया भारतीय जीवन बीमा निगम में अधिकारी बनकर आए। यही उनकी मुलाकात इसी शहर के निवासी और भारतीय जीवन बीमा निगम में ही अधिकारी रहे प्यारे मोहन श्रीवास्तव से हुई। इस तरह ना सिर्फ दोनों ही अधिकारियों बल्कि उनके परिवारी जनों के बीच भी घनिष्ठता बढ़ती चली गई। जिसके बाद मूल रूप से कानपुर निवासी किशन लाल वरुण अपने पत्नी कमल रानी वरुण एवं पुत्री स्वप्निल वरुण के साथ अपने मित्र प्यारे मोहन श्रीवास्तव के यहां ही रहने लगे। दोनों परिवारों में इतना प्रेम था की कभी किसी को लगा ही नहीं कि यह अलग-अलग परिवार है। वही कुछ दिनों बाद श्री वरुण का कानपुर स्थानांतरण होने के बाद उनका परिवार फिर वहीं रहने लगा लेकिन इन दोनों परिवारों के बीच मानसिक अलगाव कभी नहीं हुआ और हमेशा संपर्क में बने रहे। इसी बीच कार्यकुशलता नेतृत्व एवं अपनी व्यवहार शैली के चलते प्रखर वक्ता कमल रानी वरुण ने राजनीति में कदम रखा और कानपुर से टिकट पाकर विजय प्राप्त की और दिल्ली की लोकसभा में अपना स्थान बनाया। धीरे धीरे मेहनत लगन और पार्टी के प्रति निष्ठा की वजह से कमल रानी वरुण की ख्याति बढ़ती गई और वह विधायक व उत्तर प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री भी रहीं। इसी वर्ष कोरोना से संक्रमित होने के बाद कानपुर मंडल में भारतीय जनता पार्टी को मजबूती देने वाली कमल रानी वरुण का दुखद निधन हो गया। जिसके बाद उनकी पुत्री स्वप्निल वरुण ने अपने पति संदीप सिंह के प्रोत्साहन के अपने राजनीतिक सफर की शुरुआत की और अपनी मां कमल रानी वरुण के पद चिन्हों पर चलते हुए उन्होंने मेहनत और कर्मठता से भारतीय जनता पार्टी को मजबूती प्रदान करना शुरू की। इसी का सुखद परिणाम यह रहा कि वह वर्तमान में कानपुर नगर कि जिला पंचायत अध्यक्ष है। आज बुधवार को जब वह जनपद के बिधूना में पार्टी के महिला मोर्चा के कार्यक्रम में बतौर अतिथि पहुंची तो वहां से लौटते समय वह सीधा ब्रह्म नगर स्थित श्रीवास्तव सदन पहुंचे जहां उन्होंने अपना बचपन बिताया। वहां पहुंचने पर उनका स्वागत स्वागत किया गया। लंबे समय बाद एक बार फिर अपने लोगों के बीच पहुंचकर जहां एक ओर जिला पंचायत अध्यक्ष ने खुशी जाहिर तो वही कई घंटों तक चली बातचीत ने पुरानी यादों यादों को भी कर दिया। उन्होंने परिवार के कुछ सदस्यों से मुलाकात ना होने के चलते वीडियो कॉलिंग के माध्यम से भी कुशल क्षेम पूछा। इस दौरान जिला पंचायत अध्यक्ष स्वप्निल वरुण ने पत्रकारों से संक्षिप्त बातचीत करते हुए कहा कि महिलाओं का जगन्नाथ सम्मान भारतीय जनता पार्टी में है उतना अन्य किसी पार्टी में नहीं है। यह बात अब सूबे की महिलाएं अच्छी तरह समझ चुकी हैं और यही कारण है कि उनका झुकाव अब भाजपा की तरफ है। आने वाले विधानसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश में एक बार फिर भारतीय जनता पार्टी अपना परचम लहराए की और योगी आदित्यनाथ एक बार फिर पूर्ण बहुमत से प्रदेश में अपनी सरकार बनाएंगे। इस दौरान स्वप्निल वरुण के अलावा संजय बाबू श्रीवास्तव एडवोकेट, धनंजय श्रीवास्तव, मृत्युंजय श्रीवास्तव, पत्रकार हैप्पी श्रीवास्तव समेत अन्य लोग मौजूद रहे।
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