*पारिवारिक लाभ योजना में हुए करोड़ों के घोटाले की जांच अधर में लटकी*
*83 लोगों को बनाया गया था आरोपी कुछ जमानत पर हैं कुछ स्थगन आदेश पर*
*बिधूना,औरैया।* बिधूना तहसील में पारिवारिक लाभ योजना के तहत करोड़ों रुपए के हुए घोटाले का मामला तूल पकड़ने के बाद पुलिस प्रशासन द्वारा लगभग 1 वर्ष पूर्व आनन फानन छानबीन कर कुछ तहसील कर्मियों व दलालों समेत कई लोगों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी। जिस पर पुलिस ने जांच में लगभग 83 लोगों को आरोपी बनाया था। पुलिस द्वारा इस करोड़ों के घोटाले की जांच की गई जिसमें कई कर्मियों के साथ संबंधित अधिकारियों के भी संलिप्तता के आसार बढ़ने से संबंधित अधिकारियों में हड़कंप मच गया,और आनन-फानन करोड़ों के घोटाले की जांच की गति धीमी हो गई। हालांकि इस मामले में कई आरोपियों द्वारा जमानत हासिल कर ली गई है। जबकि कुछ आरोपी उच्च न्यायालय इलाहाबाद के स्थगन आदेश हासिल कर बाहर है। जबकि कुछ ऐसे आरोपी भी हैं जो आज तक न तो उच्च न्यायालय का कोई स्थगन आदेश हासिल कर सके हैं, और न ही किसी अन्य कार्रवाई के शिकार हुए हैं। वह अब तक उक्त मामले से अपने को बचाने की फिराक में तीन तिकड़म और जुगाड़ो का सहारा लेने की चर्चाओं में है। इस पारिवारिक लाभ योजना के हुए करोड़ों के घोटाले में तमाम दलालों द्वारा संबंधित कर्मियों अधिकारियों की सांठगांठ से दर्जनों लोगों की कई कई वर्ष पूर्व मौत हो जाने के बाद फर्जी रिपोर्टे लगवा कर उन्हें पारिवारिक लाभ योजना का लाभ दिलाने के साथ स्वयं भी धनराशि का बड़े पैमाने पर बंदरबांट कर सरकारी धन का चूना लगाया है। इस पारिवारिक लाभ योजना के करोड़ों रुपए के हुए घोटाले की जांच ठंडे बस्ते में पड़ी रहने से क्षेत्रीय बुद्धिजीवी काफी आश्चर्यचकित हैं। इस संबंध में पुलिस ने बताया है कि मामले की जांच गहनता से चल रही है कोई भी दोषी बच नहीं सकेगा।
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