तहसील रसूलाबाद में कोटेदार द्वारा छीना गया गरीबों का निवाला

उत्तर प्रदेश न्यूज21संवाददाता
कानपुर देहात(रसुलावाद): आखिर में सरकार चाहे कितना जोर लगा ले साहब लेकिन इन भ्रष्टाचारियों पर कोई भी असर नहीं 
हाय बुरी गरीब की हरि से सही न जाय मरी चाम की धौकनी से सार भसम हुई जाय
जी हां सूबे की सरकार लाख जतन करले लेकिन भ्रष्टाचारियों की नकेल कसने में नाकाम साबित हो रही 
हर कुआँ में भांग पड़ी किसका पानी अच्छा जो पिया जाय
ऐसा ही वाक्या एक उस गरीब महिला के साथ हो रहा है जिसको ईश्वर ने पहले ही इतना दण्ड दे रखा हो जो एक तो दिव्यांग दूसरी विधवा जो आने जाने में भी असमर्थ आखिर में कितना और उस गरीब महिला के साथ अत्याचार किया जाएगा जिस गरीब के हक के निवाला को भी अधिकारी छीन रहे हों बहापुरवा की सुनीता जिसका पति वर्षों पहले साथ छोड़ चुका हो यानी मौत हो गई हो वो भी पल्लेदारी करके मेहनत मजदूरी करके अपने परिवार का पेट भरता रहा हो वहीं सुनीता दिव्यांग भी है जिसका एक पुत्र जो अभी छोटा हो और एक पुत्री जिसकी गाँव वालों व नाते रिस्ते दारों ने चंदा करके शादी कराई हो आज बेचारी सुनीता अपने पेट को भरने के लिए केवल सूखी सब्जी ही खा कर अपने बच्चे के साथ पेट पालरही हो एक तरफ सरकार ढिंढोरा पीट रही गरीब को भूखा नहीं मरने देंगे लेकिन सरकारी तंत्र के हुक्मरानों की कार्य गुजारी के चलते आज गरीब मरने की कगार पर खड़ा है 
साहब कोटे दारों द्वारा उसको पहले रसद देता है जिसके पास खेती से लेकर सारे संसाधन हों कुछ तो रहम करो कोटेदार कुशमा देवी बताती है कुशमा देवी कोटे दार के यहां उसको गल्ला मिलता था लेकिन कुशमा देवी के निधन के बाद उसको नहीं दिया गया तो गाँव के लोगों ने बताया पूरे गांव में अंगूठा लगवा लिए और गल्ला भी उठा लिया इसके बाद उसका निधन हो गया तो परिवारी जन पूरा जनवरी के रसद ही हजम कर गए आखिर में अधिकारियों ने इसकी जानकारी क्यों नहीं की 
*अंधेर नगरी चौपट राजा*

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