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किशोरी शिक्षा समाधान योजना"में जिलाधिकारी जालौन की सराहना

किशोरी शिक्षा समाधान योजना"में जिलाधिकारी जालौन की सराहना

ब्यूरोचीफ:-सौरभ त्यागी
स्थान:-जालौन उत्तर प्रदेश
उत्तर प्रदेश न्यूज़21
 जालौन में जिलाधिकारी डॉ मन्नान अख्तर के नेतृत्व में शिक्षा विभाग द्वारा चलाए जा रहे नवाचारों को मूर्तरूप मिलने लगा है महत्वपूर्ण नवाचार "किशोरी शिक्षा समाधान योजना"  जो कि  बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ तथा महिला सशक्तिकरण में मील का पत्थर साबित हुई है जिसको प्रदेश स्तर पर सराहा जा रहा है इस योजना के तहत जनपद जालौन मे सर्वप्रथम दो कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय कोच एवं जालौन में कक्षा 8 पास करने के बाद जिलाधिकारी महोदय के अथक प्रयास से जिला विद्यालय निरीक्षक भगवत पटेल एवं परमार्थ समाजसेवी संस्था के द्वारा दो कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय 2018 एवं 2019 में कक्षा 9 में पढाने के लिए वैकल्पिक  व्यवस्था की गई और आज जालौन की   बच्चियों ने हाई स्कूल पास कर लिया है तथा कोंच की बच्चीयो ने कक्षा 09  पास कर लिया l इस महत्वपूर्ण नवाचार की पहुंच प्रदेश सरकार तक पहुंची और दोनों विद्यालयों को भारत सरकार द्वारा इंटरमीडिएट स्तर तक की  बहुत बड़ी उपलब्धि है इसी क्रम में 2019 में ग्राम मगरौल विकासखंड महेवा के वैकल्पिक शिक्षा केंद्र में 50 बच्चियों जो कि इस वर्ष कक्षा 10 में प्रवेश ले रही है  और इसी क्रम में 26 जनवरी 2020 में 51 बच्चीयो को उच्चीक्रत हाईस्कूल सिद्धपुरा मे प्रवेश दिलाकर हाईस्कूल की शिक्षा की व्यवस्था की गयी इसमे इनको निशुल्क पुस्तके यूनीफ़ोर्म तथा साईकिल दी जा रही है 
जिलाधिकारी महोदय डॉक्टर मन्नान अख्तर द्वारा प्रदेश स्तर पर प्रस्तुतीकरण के दौरान " किशोरी शिक्षा समाधान योजना"  के अंतर्गत पूर्व दस्यु सुंदरी कुसमा नाईन के गांव टिकरी मुस्तकिल,लोहई,दिवारा बढावली एवं कझारी गांव में विद्यालय खोले जाने की योजना बनाई गई, यहां विद्यालय खोलने का मुख्य रूप से ग्राम लोहई दिवारा कि ग्राम प्रधान श्रीमती सुशीला देवी एवं वधावली टिकरी मुस्तकिल की ग्राम प्रधान श्रीमती रेखा देवी से हुयी उक्त दोनो गाँव की महिला प्रधानो ने  जिलाधिकारी महोदय द्वारा यहाँ बीहड बताया कि सहाव मे यहा कि मैं यहां से गांव की महिला प्रधान हूँ और आज मुझे इस बात का एहसास हो रहा है कि पढ़ाई कितनी जरूरी है क्योंकि मैं अपने परिवार के किसी सदस्य के बगैर कोई काम आसानी से नहीं कर पा रही हूं कि यदि मैं पढी लिखी होती तो मैं अकेले ही कर सकती थी और मुझे किसी प्रकार की परेशानी नहीं होती इसलिए आपसे अनुरोध है कि गांव में कोई कार्य करने में विलम्ब भले ही हो जाये लेकिन बेटियों के लिए स्कूल की तत्काल हो जाए तो अति उत्तम होगा इनके कथन से प्रभावित होकर  जिलाधिकारी महोदय ने उक्त दस्यु प्रभावित बीहड पटटी के गाँव में 5 अप्रैल 2020 से लगभग 200  बच्चियों के लिये वैकल्पिक शिक्षा केंद्र खोलकर  इनकी पढाई की व्यवस्था की जा रही है जिसकी सर्वक्षण रिपोर्ट जिला विद्यालय निरीक्षक भगवत पटेल के द्वारा जिलाधिकारी को सौंपी गई

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