पहली बार 1980 के दशक में सुनाई दिया था पचनंद बांध परियोजना का नाम
बीहड़ क्षेत्र के विकास का खुलेगा नया रास्ता
उत्तर प्रदेश न्यूज21 संवाददाता
औरैया: जिले की सीमा पर पांच नदियों के संगम क्षेत्र में प्रस्तावित पंचनद बांध प्रोजेक्ट के लिए प्रदेश सरकार ने सोमवार को प्रस्तुत आम बजट में प्रावधान किया है। इसके लिए अगले वित्त वर्ष में 102 करोड़ 74 लाख 16 हजार रुपए मिलेंगे।बजट आवंटन के साथ पचनंद बांध परियोजना को लेकर संशय के बादल छट गए हैं। पंचनद बांध प्रोजेक्ट के तहत औरैया, इटावा, जालौन की सीमा पर स्थित पांच नदियों के संगम से डेम बना कर भूमिगत नहरें निकाली जाएंगी। इससे औरैया, कानपुर देहात व जालौन जिले में सिंचाई क्षमता में वृद्धि होगी। इसके अलावा विद्युत उत्पादन यूनिट भी लगाए जाने का प्रस्ताव है। बता दें कि औरैया जिले की सीमा पर पांच नदियों यमुना, चंबल, क्वारी व सिंधु ,पहुज का संगम है। इस स्थान पर अब से करीब 35 साल पहले पहली बार इंदिरा गांधी के प्रधानमंत्रित्व काल में पंचनद बांध परियोजना का खाखा सामने आया था।
स्थानीय स्तर पर जनप्रतिनिधियों से लेकर के समाज के जागरूक लोगों ने पंचनद बांध परियोजना के लिए लगातार आवाज उठाई।करीब दो दशक तक इसको लेकर उत्तर प्रदेश राजस्थान और मध्यप्रदेश के बीच वार्ता के दौर चले। डेम को मिलने वाले पानी को लेकर भी विवाद हुआ। कई बार पंचनद बांध परियोजना को धरातल पर उतारने के लिए संभावनाएं तलाशने को सिंचाई विभाग की ओर से सर्वे भी कराया गया। प्रोजेक्ट रिपोर्ट भी तैयार कराई गई पर पंचनद बांध परियोजना जमीन पर नहीं उतर सकी। क्षेत्रीय सांसद डॉक्टर रामशंकर कठेरिया ने पंचनद बांध परियोजना का मुद्दा लोकसभा में उठाया। मुख्यमंत्री से मिलकर भी सांसद ने बांध परियोजना को स्वीकृति दिलाने की कवायद की।जिले की दिबियापुर विधानसभा क्षेत्र के विधायक और कृषि राज्यमंत्री लाखन सिंह राजपूत ने भी मुख्यमंत्री से लेकर संबंधित अधिकारियों तक इस महत्वाकांक्षी सिंचाई और विद्युत परियोजना के लिए पैरवी की और आखिर जनप्रतिनिधियों की कोशिश रंग लाई। पंचनद बांध परियोजना के लिए शुरुआती तौर पर 102 करोड़ रुपए से अधिक का बजट आवंटित किए जाने से यह तय हो गया है कि अब बीहड़ क्षेत्र के लोगों का सपना साकार होने वाला है।
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