उत्तर प्रदेश न्यूज21संवाददाता
कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती, लहरों से डरकर नौका पार नहीं होती’….. एक प्रसिद्द हिंदी कविता की ये लाइनें इंग्लैंड के इस शख्स के लिए एकदम सटीक बैठती हैं, जिन्होंने 157 बार फेल होने के बाद ड्राइविंग टेस्ट पास किया. ये शख्स शायद दुनिया के सबसे खराब ड्राइवर की लिस्ट में शामिल होना चाह रहा है क्योंकि इसने महज थ्योरी टेस्ट ही 157 बार दिया. इंग्लैंड का ये अनजान मेल ड्राइवर आखिरकार 158 वें अटेम्प्ट में टेस्ट क्लियर करने में सफल रहा. उन्होंने बार-बार टेस्ट पास करने के लिए 3,000 पाउंड (3 लाख रुपये) खर्च किए.
सोशल मीडिया पर ये खबर सामने आने के बाद लोग हैरान हैं कि इस शख्स ने महज थ्योरी टेस्ट ही 157 बार में पास किया है, ऐसे में जब प्रैक्टिकल टेस्ट देना होगा तो उसका क्या होगा.ड्राइविंग एंड व्हीकल स्टैंडर्ड्स एजेंसी द्वारा जारी आंकड़ों से पता चला है कि इंग्लैंड में अबतक सबसे खराब परफॉरमेंस एक महिला की रही है, जिसने 117 बार थ्योरी टेस्ट दिया है और अभी तक इसे पास नहीं किया है. तीसरे नंबर पर एक 48 साल की महिला थी जो आखिरकार अपने 94 वें प्रयास में पास हुई. आंकड़ों के मुताबिक जब प्रैक्टिकल टेस्ट क्लीयर करने की बात आई, तो एक 72 साल के शख्स को अपना लाइसेंस लेने के लिए 43 बार टेस्ट देना पड़ा. वहीं एक 47 वर्षीय महिला अभी भी 41 अटेम्प्ट के बावजूद भी पास नहीं हुई है.
टेस्ट क्लियर करने में इतना टाइम लग रहा है तो नहीं देना चाहिए लाइसेंस
कई लोगों का यह कहना है कि अगर किसी को एक टेस्ट क्लियर करने में इतना टाइम लग रहा है तो उसे लाइसेंस नहीं देना चाहिए. वहीं कुछ लोगों का कहना है कि अगर पहली बार में आप सफल नहीं होते हैं, तो कोशिश करें और फिर से प्रयास करें. अपना ड्राइविंग टेस्ट पास करना कठिन चुनौतियों में से एक हो सकता है और हममें से कुछ को दूसरों की तुलना में ज्यादा समय लग सकता है. कुछ लोगों ने शख्स की तारीफ करते हुए ये भी कहा कि चाहे आप एक बार या 157 बार अपने टेस्ट में फेल हो जाएं,फिर से ट्राई करते रहने में कोई शर्म नहीं है और जो भी ऐसा कर सकता है तारीफ का हकदार है.”
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