घायल क्रशर कारोबारी को अस्पताल पहुंचाने वाले पिता-पुत्र से एसआईटी ने लिए बयान
नवनीत गुप्ता उत्तर प्रदेश न्यूज 21/आल इंडिया प्रेस एसोसिएशन
महोबा में क्रशर कारोबारी इंद्रकांत त्रिपाठी को गोली लगने पर सबसे पहले जिला अस्पताल पहुंचाने वाले पिता-पुत्र को पुलिस घर से ले गई। बाद में एसआईटी के सामने पेश किया। एसआईटी ने बयान लेने के बाद दोनों को जाने दिया लेकिन मुजरिमों की तरह घर पर दबिश देकर पिता-पुत्र को ले जाने से कस्बा में पुलिस के प्रति आक्रोश है।
इंद्रकांत त्रिपाठी की मौत के बाद एसआईटी घटना का खुलासा करने में तेजी से जुट गई है। शासन को रिपोर्ट प्रेषित करने के मात्र दो दिन रह जाने के कारण एसआईटी बयान दर्ज कराने वाले लोगों से अलग-अलग बिंदु पर पूछताछ कर निष्कर्ष निकालने में जुटी हुई है।
जिससे बयान दर्ज कराने वाले भी बुरी तरह सहम गए हैं। एक-एक व्यक्ति को तीन-तीन बार एसआईटी बयान के लिए बुला रही है। जिससे बयानों में कुछ बदलाव होने से बयान दर्ज कराने वाले लोग भयभीत हैं।
घायल अवस्था में खून से लथपथ पड़े इंद्रकांत को अस्पताल ले जाने वाले कबरई निवासी अर्जुन सिंह और उसके बेटे सत्यम ने विशेष जांच दल को बताया कि वह बांदा रोड पर निकल रहे थे। तभी एक कार झाड़ियों में देखकर वह पहुंच गए।
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