पत्रकारों ने उपजिलाधिकारी ऋषीकान्त राजवंशी के द्वारा मुख्यमंत्री को सौंपा ज्ञापन
उत्तर प्रदेश न्यूज 21 रिपोर्टर अजीत प्रताप सिंह
कानपुर देहात:बलिया में पत्रकार को सरेआम गोली मारकर हत्या कर देने पर पत्रकारों ने उपजिलाधिकारी ऋषीकान्त राजवंशी को ज्ञापन दिया, उपजिलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री को सौंपा ज्ञापन पत्रकार अजितप्रतापसिंह लालू ने उपजिलाधिकारी से कहा जनपद बलिया में टीवी चैनल के पत्रकार रतन सिंह को उसी के गांव में
हत्यारों ने दौड़ाकर सिर में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी जो अत्यंत निंदनीय है। जबकि पत्रकार समाज का वह दर्पण है दिन रात धूप छांव बरसात में बिना सैलरी के कवरेज करने में लगा रहता है जिसके बावजूद भी सरकार के द्वारा कोई सुरक्षा नहीं प्रदान की जाती है। वही अपराधियों के खिलाफ खबर लिखने व चलाने पर आए दिन धमकियां मिला करती हैं। खबरों के चलते पत्रकारों को गोली खानी पड़ती है। इस तरह हो रहे पत्रकारों की हत्या पर संघटन ने कड़ा विरोध जताया है। वही पीड़ित के परिवारजनों को पचास लाख रुपए आर्थिक सहायता के साथ पत्नी को सरकारी नौकरी तथा बच्चों को उज्जवल भविष्य के लिए उनकी शिक्षा मुफ्त की मांग करी है अगर सरकार द्वारा इस तरह पत्रकारों की हो रही हत्या पर ध्यान नहीं दिया तो समाज में निष्पक्ष खबर लिखने चलाने में भी भय का माहौल बना रहेगा। महिला विंग नेहा सक्सेना ने कहा है कि जो घटना घटी निंदनीय है। आर्थिक सहायता दी जाए पत्नी को सरकारी नौकरी एवं बच्चों की उज्जवल
भविष्य के लिए शिक्षा मुफ्त की जाए। जिला प्रेस क्लब रुरा के अध्यक्ष राहुल भदैरिया ने कहा है कि पत्रकारों के लिए शासन कुछ कड़े कदम उठाएं। बिल पारित करें ताकि उनका जीवन सुरक्षित रहे।
हत्यारों ने दौड़ाकर सिर में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी जो अत्यंत निंदनीय है। जबकि पत्रकार समाज का वह दर्पण है दिन रात धूप छांव बरसात में बिना सैलरी के कवरेज करने में लगा रहता है जिसके बावजूद भी सरकार के द्वारा कोई सुरक्षा नहीं प्रदान की जाती है। वही अपराधियों के खिलाफ खबर लिखने व चलाने पर आए दिन धमकियां मिला करती हैं। खबरों के चलते पत्रकारों को गोली खानी पड़ती है। इस तरह हो रहे पत्रकारों की हत्या पर संघटन ने कड़ा विरोध जताया है। वही पीड़ित के परिवारजनों को पचास लाख रुपए आर्थिक सहायता के साथ पत्नी को सरकारी नौकरी तथा बच्चों को उज्जवल भविष्य के लिए उनकी शिक्षा मुफ्त की मांग करी है अगर सरकार द्वारा इस तरह पत्रकारों की हो रही हत्या पर ध्यान नहीं दिया तो समाज में निष्पक्ष खबर लिखने चलाने में भी भय का माहौल बना रहेगा। महिला विंग नेहा सक्सेना ने कहा है कि जो घटना घटी निंदनीय है। आर्थिक सहायता दी जाए पत्नी को सरकारी नौकरी एवं बच्चों की उज्जवल
भविष्य के लिए शिक्षा मुफ्त की जाए। जिला प्रेस क्लब रुरा के अध्यक्ष राहुल भदैरिया ने कहा है कि पत्रकारों के लिए शासन कुछ कड़े कदम उठाएं। बिल पारित करें ताकि उनका जीवन सुरक्षित रहे।
इस दौरान मुकीद अहमद,उमाकांत मिश्रा, बिन्नू त्रिवेदी,बिल्लू मिश्रा, राजेन्द्र कुमार,अखीलेश तिवारी,राहुल भदौरिया,सुनील कुशवाहा आदि पदाधिकारी मौजूद रहे।


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