उत्तर प्रदेश न्यूज 21 नवनीत गुप्ता
औरैया:04 जुलाई 20-कोरोना महामारी के चलते अनलॉक दो के अंतर्गत केंद्र व राज्य सरकार ने 31 जुलाई तक सभी स्कूल कॉलेज वह कोचिंग संस्थान बंद रखने का आदेश जारी किया गया है। लेकिन बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूल 1 जुलाई से खोले जा रहे हैं। जिसके विरोध में उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष के आह्वाहन पर बीएसए को ज्ञापन सौंपकर 31 जुलाई तक स्कूल बंद रखने की मांग की है।उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष माननीय दिनेश चंद्र शर्मा के आव्हान पर जिलाध्यक्ष अखिलेश चंद्र यादव के नेतृत्व में अपर जिलाधिकारी को संबोधित ज्ञापन बीएसए एस पी सिंह को सौंपा। जिसमें मांग की गई कि जब सभी स्कूल व कालेज कोरोना महामारी के चलते 31 जुलाई तक बंद रखने का आदेश दिया गया है तो फिर बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारी किस नियम के तहत विद्यालय खुलवा रहे हैं। क्या बेसिक शिक्षा के अध्यापकों की जान की कोई कीमत नहीं है। जब कोरोना महामारी के अधिनियम के तहत गर्भवती स्त्रियों 65 साल के अधिक आयु के महिला व पुरुष 10 साल से कम उम्र के बच्चों को बाहर निकलने पर रोक है तो फिर अध्यापकों को विद्यालय क्यों बुलवाया जा रहा है। जब विद्यालयों में बच्चे नहीं आ रहे हैं तो फिर अध्यापकों को विद्यालय बुलवाने का क्या औचित्य है। अध्यापक पहले से ही छात्रों को ऑनलाइन प्रशिक्षण दे रहा है व दीक्षा एप के तहत खुद भी प्रशिक्षण ले रहा है तो फिर उनको स्कूल भेजने का कोई औचित्य नहीं है। उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक शिक्षक संघ मांग करता है की बेसिक शिक्षा के स्कूलों को भी 31 जुलाई तक बंद रखा जाए। विद्यालय संबंधी या अन्य विभागीय जो भी सूचनाएं हों वह कार्य अध्यापक अपने घर से निपटाएगा। ज्ञापन देने वालों में अरविंद राजपूत जिला मंत्री, दीपक दुबे ब्लॉक अध्यक्ष अजीतमल, अनिल यादव जिला प्रचार मंत्री आदि उपस्थित रहे।
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