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शिक्षिका विनीता टंडन बालिकाओं को मानसिक रुप से बना रहीं सशक्त

शिक्षिका विनीता टंडन बालिकाओं को मानसिक रुप से बना रहीं सशक्त

स्वास्थ्य, सुरक्षा, सुपोषण व स्वच्छता पर बच्चों के साथ संवाद आवश्यक - विनीता टंडन

इटावा।।जनपद के सेंट मैरी इंटर कॉलेज में लगभग 36 वर्ष से पढ़ा रही हिंदी शिक्षिका विनीता टंडन विद्यालय में पढ़ने वाली बालिकाओं को मानसिक रूप से सशक्त बनाने का काम भी कर रही हैं। सेंट मैरी इंटर कॉलेज के प्राचार्य जो.बी जोसेफ ने कहा  विनीता जी विद्यालय में पढ़ने वाली बच्चियां से स्वास्थ्य, स्वच्छता , सुरक्षा, सुपोषण विषयों पर सफल संवाद स्थापित करती हैं। उनकी मानसिक समस्याओं का निदान बड़े ही उत्कृष्ट तरीके से करती हैं जो काबिले तारीफ है। 
शिक्षिका विनीता टंडन ने बताया बढ़ती उम्र की बच्चियों के साथ उनके शारीरिक व मानसिक विकास के लिए स्वच्छता, सुरक्षा, स्वास्थ्य,सुपोषण पर बात करना अत्यंत आवश्यक है । 
उन्होंने बताया मिशन शक्ति के तहत हम अपने विद्यालय की बच्चियों को सुरक्षा की दृष्टि से सजग रहने के लिए प्रशासन द्वारा चलाए जा रहे टोल फ्री नंबर 1090,1098 के बारे में  विस्तृत जानकारी देते हैं।  बच्चियों को मानसिक वह शारीरिक रूप से सशक्त बनाने के लिए समय-समय  पर उनसे संवाद स्थापित करते हैं।
 उन्होंने बताया विद्यालय में कई ऐसी बालिकाएं है जिन्हें व्यक्तिगत रूप से कोई परेशानी होती है तो वह उनसे संपर्क करती हैं और उनकी समस्या को सुन उनकी काउंसलिंग करती हैं। उन्होंने बताया कभी-कभी किशोरावस्था में होने वाले बदलाव को लेकर बच्चे मानसिक तनाव से जूझ रहे होते हैं। तब उनको होने वाले शारीरिक बदलाव के संदर्भ में समझाना पड़ता है साथ ही शारीरिक स्वच्छता और सुपोषण के विषय में विस्तार पूर्वक बताया जाता है। 
विनीता टंडन ने अपने एक अनुभव को बताते हुए कहा  विद्यालय की एक बच्ची जिससे परिवार के निकटस्थ सदस्य द्वारा परेशान किया जा रहा था तब उन्होंने उस बच्ची की समस्या को सुना व दूर किया। उस बच्ची के परिवार से संपर्क कर उनकी भी काउंसलिंग की।
उन्होंने बताया विद्यालय में हर स्तर के बच्चे पढ़ने आते हैं और कभी-कभी इस उम्र में बच्चे आपस में अभद्र टिप्पणी या व्यवहार करते हैं तब उनको उचित निर्देशन की आवश्यकता होती है। विशेष काउंसलिंग द्वारा उनको सही मार्गदर्शन के साथ-साथ उनकी मन की जिज्ञासाओं को शांत किया जाता है।
सेंट मैरी में पढ़ने वाली छात्राएं 12th क्लास की स्वेक्षा, 11th क्लास की मर्लीन व अग्रिमा ने बताया समय-समय पर हम अपनी समस्याएं मैम के पास लेकर जाते हैं और उनसे उचित निर्देशन मिलता है। 
उन्होंने बताया वह स्वयं हिंदी की शिक्षिका है तो बच्चों को सही मार्गदर्शन के लिए उनके रचनात्मक विकास के लिए हिंदी साहित्य संबंधित उत्साह वर्धन और प्रोत्साहन करने वाली रचनाओं को बच्चों को पढ़ने के लिए प्रोत्साहित करती हैं। साथ ही उनकी दबी भावनाओं और प्रतिभाओं को कविता और लेखन के रूप में बहार आने के लिए प्रेरित भी करती हैं ।

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