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क्लब फूट शिविर से बच्चों के जीवन में आई खुशियांबच्चों के जन्मजात टेढ़े-मेढ़े पैरों का इलाज संभव – डॉ. विष्णु मेहरोत्रा

क्लब फूट  शिविर से बच्चों के जीवन में आई खुशियां
बच्चों के जन्मजात टेढ़े-मेढ़े पैरों का इलाज संभव – डॉ. विष्णु मेहरोत्रा

इटावा।। क्लब फूट शिविर का आयोजन शुक्रवार को जिला अस्पताल में किया गया ।  शिविर में पीड़ितों का स्वास्थ्य परीक्षण करने के साथ ही जानकारी दी गई और  परामर्श सेवा भी प्रदान की गई ।
राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम और राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के साथ मिरेकल फीट इंडिया बच्चों के क्लब फूट(टेढ़े-मेढ़े पैर) उपचार के लिए साझेदारी से काम कर रही है । शिविर में क्लब फुट से प्रभावित बच्चों को पोंसेटी विधि द्वारा आसानी से इलाज करने पर जानकारी दी गई ।  इसमें वह कास्टिंग, टेनोटॉमी और ब्रेसिंग के चरण से गुजरते हैं। जिला अस्पताल के ऑर्थो सर्जन डॉ. विष्णु मेहरोत्रा ने बताया कि यह महत्वपूर्ण है कि क्लब फूट की पहचाना जल्द हो और इलाज शुरू हो सके । मिरेकल फीट पूरे उपचार प्रक्रिया के दौरान पैर के लिए निःशुल्क ब्रेसेस प्रदान करता है। उन्होंने बताया कि मिरेकल फीट यूपी सहित आठ राज्यों में क्लब फुट शिविर का आयोजन करवाता है और बच्चों को नि:शुल्क  उपचार में सहायता प्रदान करता है।  इटावा में मार्च 2021 से 20 क्लब फुट से ग्रस्त बच्चों की  फॉलोअप विजिट हुई है। शुक्रवार को शिविर में क्लब फुट के इलाज के लिए 5 बच्चों का परीक्षण किया गया।
 कब शुरू होता है इलाज
डॉ. मेहरोत्रा ने बताया कि क्लब फूट का इलाज जन्म से 15 से 20 दिन के बाद शुरू हो जाता है। छह से सात महीने की उम्र होने पर भी बच्चे का इलाज शुरू हो जाता है। इसमें हर सप्ताह प्लास्टर चढ़ता है। उसके बाद पैर सीधे किए जाते हैं। पैर की एड़ी के नीचे छोटा सा चीरा लगाकर प्लास्टर चढ़ाया जाता हे। फिर जूते दे दिए जाते हैं। पहले शुरुआती दिनों में बच्चे को 23 घंटे तक जूते पहनने होते हें। उसके बाद जूते पहनने का समय कम होता जाता है।
जिला कार्यक्रम प्रबंधक संदीप दीक्षित ने बताया आर्थिक रूप से परेशान पीड़ितों के घरों पर टीम जाकर इलाज करती हैं। फिर भी जो इलाज कराने आते हैं वह उपचार के संबध में मिरेकल फीट फाउंडेशन की एक्ज़ीक्यूटिव रिचा से नंबर 7208820504 पर संपर्क भी कर सकते हैं। उन्होंने बताया क्लब फूट के इलाज के लिए बच्चे को पोनसेटी विधि से तीन चरण में गुजरना होता है और इन तीनों चरणों में समय-समय पर बच्चे को फॉलोअप विजिट के लिए लाना जरूरी है। इलाज जितना जल्दी शुरू कर दिया जाए नतीजे उतनी ही बेहतर आते हैं इसलिए जिन बच्चों के पैर जन्मजात टेढ़े मेढ़े हैं वह जिला अस्पताल आकर डॉक्टर्स का परामर्श लें और अपने बच्चे का इलाज करवाएं।
2 साल के 'डुग्गू' के जीवन में क्लब फूट के द्वारा सही इलाज से जीवन में आई खुशी
 सत्यप्रकाश ने बताया मेरा बेटा डुग्गू दो साल का है, क्लब फूट कैंप के माध्यम से बेटे को काफी फायदा हुआ। अब वह पूरी तरह से स्वस्थ  है और शूज पहन रहा है। इसका जितनी जल्दी इलाज शुरू हो जाता है उतनी जल्दी ही रिकवरी शुरू हो जाती है। उन्होंने बताया समय-समय पर क्लब फुट शिविर में मिरेकल फीट फाउंडेशन की तरफ से मेरे बच्चे  को नि:शुल्क ब्रेस बार शूज प्रदान किए गए। आज भी मुझे ब्रेस वार शूज नि:शुल्क मिला है। मैं लोगों से अपील करूंगा कि जिला अस्पताल में आकर क्लब फूट का  इलाज अवश्य करवाएं ।

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