उत्तर प्रदेश न्यूज21
कानपुर देहात।तहसील रसूलाबाद क्षेत्र के चित्ता निवादा में लकड़ी माफियाओं ने करडाला बड़ा खेल सूत्रों की माने तो गाँव के प्राथमिक विद्यालय के पूरब दिशा में एक बाग है उसी के पास मौके पर एक मेड पर आधादर्जन शीशम के विशाल पेड़ खड़े थे जिसमें गाँव के ही एक व्यक्ति ने लकड़ी ठेकेदार से सांठगांठ करके जिला में जाकर अधिकारियों को गुमराह करके शीशम के हरे पेड़ों परमीशन भी बनवा लिया और तीन पेड़ों को काट कर चुपचाप लदवा कर निकल लिया आपको बता दें कि ग्रामीणों का कहना है जिस जगह शीशम के पेड़ खड़े थे वहां पर सरकारी चकरोड है जिसका नम्बर 2161 बताया जा रहा है और उसी गांव के निवासी स्वर्गीय भजन लाल मिश्र थे जिनके किसी भी प्रकार की कोई संतान नही थी तो उन्होंने अपने नाम की जमीन को दान स्वरूप जमदग्नि आश्रम जन्थर खेड़ा में बने शिव मन्दिर में विराज मान भोले बाबा के नाम 6 बीघा पक्के व 6 विश्वानसी जमीन बैनामा करदी थी उन्ही के खेत के पूरब दिशा की तरफ एक चकरोड भी बताया जा रहा उसी चकरोड के बोचोबीच आधादर्जन के लगभग पुराने विशाल पेड़ खड़े थे जिस पर लकड़ी माफियाओं की नजर पड़ गई और उसमें अधिकारियों को गुमराह करके हरे शीशम के पेड़ों को कटवाने के लिए परमीशन भी बनवा डाला जब कि ग्रामीणों के बताए अनुसार चकरोड के बीचोबीच होने के कारण वह सरकारी हो रहे तो कैसे काटे जा रहे।
अभी हाल में पूरे भारत समेत विश्व पर्यावरण मनाते हुए सभी लोगों ने पेड़ों को लगाकर आगे आने वाली पीढ़ी को बचाने का काम किया लेकिन वहीं हरे पेड़ों को काट कर लकड़ी माफिया रेगिस्तान बनाने में लगे हुए हैं सरकार लाख दावा करे पेड़ों को लगवाने के जिसमे अरबों रुपए सालाना खर्च होता है तो वहीं लकड़ी ठेकेदार सरकार के अरमानों पर पानी फेरते नजर आ रहे हैं अब देखना यह होगा कि क्या कार्यवाही करते हैं जाँच कर अधिकारी य फिर ।
एक टिप्पणी भेजें
If You have any doubts, Please let me know