22 अप्रैल 2021 हरियाणा प्रदेश के शिक्षा मंत्री द्वारा जारी आदेशों की सराहना करते हुए अखिल भारतीय मानव कल्याण ट्रस्ट के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ एमपी सिंह ने कहा कि इस समय विद्यार्थियों को ग्रीष्मकालीन अवकाश देना बुद्धिमता का परिचय है क्योंकि बच्चे तो भगवान का रुप होते हैं और एडोलिसेंस अवस्था में इनको नियम और कानून से कुछ लेना देना नहीं होता है इन्हें तो सिर्फ मौके की तलाश होती है जैसे ही मौका मिलता है यह वानरों की तरह उछल कूद करना शुरू कर देते हैं क्योंकि इनकी इम्यून सिस्टम ठीक होती है कुछ भी बाहर का भी खा ले तो भी हजम हो जाता है और किसी भी वस्तु को छूना किसी बच्चे को छेड़ना इनका पहला उद्देश्य होता है भले ही कोई कितना भी समझा ले लकड़ी कागज कपड़ा प्लास्टिक आदि को छूने पर कोरोना का संक्रमण आपके पास आ सकता है लेकिन इनका विश्वास नहीं होता है यह पुलिस की वर्दी को देखकर तो डर में मास्क लगा लेते हैं लेकिन गली मोहल्ले में खेलते हुए मास्क का प्रयोग माता पिता के कहने पर भी नहीं करते हैं सामाजिक दूरी तो बहुत दूर की बात है आपस में जब भी दो चार मित्र मिलते हैं तो एक दूसरे से हाथ मिलाते हैं और गले मिलते हैं लेकिन जब पुलिस अधिकारी और कर्मचारी दिखाई पड़ जाते हैं तो डर की वजह से भाग जाते हैं इन्हें बीमारी का डर नहीं होता है डॉ एमपी सिंह का कहना है कि कुछ विद्यार्थी बहुत अच्छे होते हैं लेकिन उनके सामने कुछ जिम्मेदारियां होती हैं कुछ परिवार में अकेले होते हैं जिनको बाजार से सामान भी लाना होता है दवाई गोली भी लानी होती है अपने माता-पिता दादा-दादी का इलाज भी कआना होता है इसलिए घर से बाहर भी निकलना होता है लेकिन वह आम विद्यार्थियों से अलग होते हैं डॉ एमपी सिंह ने अपनी चिंता जाहिर करते हुए कहा कि यदि समय रहते हम जागरूक नहीं हुए और सरकार के दिशा निर्देशों की पालना मन से नहीं की तो यह कोरोना का संक्रमण हमारे घर तक आ जाएगा जिसके लिए आजीवन हमें पछताना भी पड़ सकता है इसलिए सामाजिक दूरी बनाकर रखें फेस मास्क लगाएं अनावश्यक घर से बाहर ना निकले किसी भी भीड़ का हिस्सा ना बने विवाह शादी मैं कम से कम भागीदारी रखें कुछ समय के लिए बर्थडे मैरिज एनिवर्सरी किटी पार्टी ना करें तथा सफाई कर्मी स्वास्थ्य कर्मी और पुलिस तथा प्रशासन के अधिकारियों और कर्मचारियों का सम्मान करें पढ़ने वाले विद्यार्थियों के लिए यह सुनहरा अवसर है घर में बैठकर किती किसी भी प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी बहुत आसानी से की जा सकती है और जिस विषय में बच्चे कमजोर होते हैं उस विषय में मेहनत करके होशियार बन सकते हैं लेकिन समय को बेकार में व्यर्थ ना करें समय का सदुपयोग ही जीवन में सफलता दिला सकता है अप्रैल 2021 हरियाणा प्रदेश के शिक्षा मंत्री द्वारा जारी आदेशों की सराहना करते हुए अखिल भारतीय मानव कल्याण ट्रस्ट के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ एमपी सिंह ने कहा कि इस समय विद्यार्थियों को ग्रीष्मकालीन अवकाश देना बुद्धिमता का परिचय है क्योंकि बच्चे तो भगवान का रुप होते हैं और एडोलिसेंस अवस्था में इनको नियम और कानून से कुछ लेना देना नहीं होता है इन्हें तो सिर्फ मौके की तलाश होती है जैसे ही मौका मिलता है यह वानरों की तरह उछल कूद करना शुरू कर देते हैं क्योंकि इनकी इम्यून सिस्टम ठीक होती है कुछ भी बाहर का भी खा ले तो भी हजम हो जाता है और किसी भी वस्तु को छूना किसी बच्चे को छेड़ना इनका पहला उद्देश्य होता है भले ही कोई कितना भी समझा ले लकड़ी कागज कपड़ा प्लास्टिक आदि को छूने पर कोरोना का संक्रमण आपके पास आ सकता है लेकिन इनका विश्वास नहीं होता है यह पुलिस की वर्दी को देखकर तो डर में मास्क लगा लेते हैं लेकिन गली मोहल्ले में खेलते हुए मास्क का प्रयोग माता पिता के कहने पर भी नहीं करते हैं सामाजिक दूरी तो बहुत दूर की बात है आपस में जब भी दो चार मित्र मिलते हैं तो एक दूसरे से हाथ मिलाते हैं और गले मिलते हैं लेकिन जब पुलिस अधिकारी और कर्मचारी दिखाई पड़ जाते हैं तो डर की वजह से भाग जाते हैं इन्हें बीमारी का डर नहीं होता है डॉ एमपी सिंह का कहना है कि कुछ विद्यार्थी बहुत अच्छे होते हैं लेकिन उनके सामने कुछ जिम्मेदारियां होती हैं कुछ परिवार में अकेले होते हैं जिनको बाजार से सामान भी लाना होता है दवाई गोली भी लानी होती है अपने माता-पिता दादा-दादी का इलाज भी कआना होता है इसलिए घर से बाहर भी निकलना होता है लेकिन वह आम विद्यार्थियों से अलग होते हैं डॉ एमपी सिंह ने अपनी चिंता जाहिर करते हुए कहा कि यदि समय रहते हम जागरूक नहीं हुए और सरकार के दिशा निर्देशों की पालना मन से नहीं की तो यह कोरोना का संक्रमण हमारे घर तक आ जाएगा जिसके लिए आजीवन हमें पछताना भी पड़ सकता है इसलिए सामाजिक दूरी बनाकर रखें फेस मास्क लगाएं अनावश्यक घर से बाहर ना निकले किसी भी भीड़ का हिस्सा ना बने विवाह शादी मैं कम से कम भागीदारी रखें कुछ समय के लिए बर्थडे मैरिज एनिवर्सरी किटी पार्टी ना करें तथा सफाई कर्मी स्वास्थ्य कर्मी और पुलिस तथा प्रशासन के अधिकारियों और कर्मचारियों का सम्मान करें पढ़ने वाले विद्यार्थियों के लिए यह सुनहरा अवसर है घर में बैठकर किती किसी भी प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी बहुत आसानी से की जा सकती है और जिस विषय में बच्चे कमजोर होते हैं उस विषय में मेहनत करके होशियार बन सकते हैं लेकिन समय को बेकार में व्यर्थ ना करें समय का सदुपयोग ही जीवन में सफलता दिला सकता है
22 अप्रैल 2021 हरियाणा प्रदेश के शिक्षा मंत्री द्वारा जारी आदेशों की सराहना करते हुए
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