मुजफ्फरनगर के अतीकउर्रहमान, केरल के आलम सिद्दीक, बहराइच के मसूद अहमद और रामपुर के आलम पर अवैध तरीके से विदेशी फंडिंग जुटाने, दंगा भड़काने की साजिश रचने और हाथरस में कथित गैंगरेप के मामले में अफवाहें फैलाने का आरोप है
उत्तर प्रदेश न्यूज21ऑल इंडिया प्रेस एसोशियेशन (AIPA)
मथुरा: हाथरस कांड के बहाने दंगों की साजिश रचने के मामले में मथुरा से गिरफ्तार पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया और कैंपस फ्रंट ऑफ इंडिया के चारों सदस्यों को सीजेएम कोर्ट ने 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है. आपको बता दें कि इन चारों के खिलाफ बुधवार को ही मथुरा के मांट पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज की गई थी. मुजफ्फरनगर के अतीकउर्रहमान, केरल के आलम सिद्दीक, बहराइच के मसूद अहमद और रामपुर के आलम पर अवैध तरीके से विदेशी फंडिंग जुटाने, दंगा भड़काने की साजिश रचने और हाथरस में कथित गैंगरेप के मामले में अफवाहें फैलाने का आरोप है.इससे पहले उपनिरीक्षक प्रबल प्रताप सिंह ने बुधवार सुबह मांट पुलिस स्टेशन में चारों पीएफआई सदस्यों के खिलाफ हाथरस में शांति भंग करने, धार्मिक उन्माद फैलाने और दंगा भड़काने की साजिश रचने, देशद्रोह, विदेशी फंडिंग से देश विरोधी गतिविधियों का संचालन करने के आरोप में एफआईआर दर्ज कराई थी. उन्होंने एफआईआर में बताया कि ये चारों हाथरस में पीड़ित परिवार से मिलने जा रहे थे. वहीं केरल का कथित पत्रकार सिद्दीक Carrd.co वेबसाइट का संचालक है. इस वेबसाइट के जरिए इस्लामिक देशों से फंडिंग मिल रही थी. सब इंस्पेक्टर के मुताबिक वेबसाइट की फंडिंग अपारदर्शी और दंगे भड़काने में इस्तेमाल किया जा रहा था.मथुरा पुलिस ने इन चारों आरोपियों को सोमवार रात मांट टोल प्लाजा से गिरफ्तार किया था. ये हाथरस जा रहे थे. पुलिस को इनके पास से ''जस्टिस फॉर हाथरस'' नाम के पैंफलेट भी बरामद हुए थे. पुलिस के मुताबिक चारों आरोपियों के मोबाइल फोन, लैपटॉप और गाड़ी से जो साहित्य मिला है उससे राज्य की शांति और कानून व्यवस्था में बाधा पड़ सकती थी. आरोपियों ने पुलिस की पूछताछ में पीएफआई और इसके सहयोगी संगठन कैंपस फ्रंट ऑफ इंडिया से जुड़े होने की बात कबूल की है. एफआईआर के मुताबिक आरोपियों के पास से जो पैंफलेट मिले हैं उन पर लिखा है, ''मैं भारत की बेटी नहीं हूं.'' पुलिस पूरे मामले की गहनता से छानबीन कर रही है.''
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