धर्मेन्द यादव कंचौसी : मंगलवार को क्षेत्र के घसा पुर्वा गांव के युवा किसान रविन्द्र यादव की ब्रेन हेमरेज से अचानक हुई मौत से उसके परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट गया है। बूढ़े मां बाप के सामने उसकी बहू और छोटे छोटे बच्चों के भरण पोषण की चिंता सता रही कि बच्चों की गुज़र बसर कैसे होगी क्यों रविन्द्र ही इकलौता कमाने वाला था।रविन्द्र अपने पीछे पत्नी पुष्पा देवी दो बेटियां राधा रागनी और एक पुत्र को रोता बिलखता
छोड़ चल बसा है। ये बच्चे अभी छोटे है जो ज्ञानकुंज इंटर नेशनल स्कूल जमौली पढ़ रहे हैं। पिता की आक्स्मिक मौंत से उनका सहारा छिन गया है। रविन्द्र के वृद्ध पिता राजेन्द्र कहते हैं कि रविन्द्र कमाऊ पूत था अपनी खेती बाड़ी के साथ साथ अपने दम पर गायों का पालन करके दूध ड़ेरी पर ब्रिक्री करके परिवार का पालन पोषण कर रहा था। लेकिन अचानक ब्रेन हेमरेज होने से उसकी मौंत से हम लोगों पर आफ़त टूट गई है। रविन्द्र की वहू और बच्चे उसकी याद आते ही दहाड़े मार कर रोने लगते है। बिलखता परिवार कहता है अब किसके सहारे ज़िंदगी कटेगीं। उधर स्वभाव से सबका प्रिय मेहनती रविन्द्र के घर शोक संवेदना व्यक करने वाले नाते रिश्तेदार और क्षेत्रीय लोगों का तांता लगा हुआ है।सभी यही कह रहे कि ईश्वर ने यह क्या कर दिया।
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